शिव पार्वती मंत्र हमारे हिंदू धर्म में भगवान शिव और देवी पार्वती के बीच के पवित्र और दिव्य संबंध को दर्शाता है, जो भगवान शिव और देवी पार्वती की आराधना के लिए उच्चारित किया जाता है। मंत्र देवी पार्वती और शिव के अनंत प्रेम, तपस्या , और त्याग का प्रतिक है। इस Shiv Parvati Mantra के जाप से आप अपने दाम्पत्य जीवन को सुखी बना सकती है।
इस मंत्र के जाप से भक्त शिव और पार्वती दोनों की कृपा प्राप्त कर सकती है। इसके द्वारा भक्त अपनी इच्छाओं को पूरा कर सकते है और अपने जीवन को सफल बना सकतें है। यदि आप भी इस मंत्र के जाप से होने वाले लाभ और मंत्र उच्चारण को पढ़ना चाहते है, तो हमने आपके लिए इस शिव मंत्र को नीचे उपलब्ध कराया है।
।। ऊँ ह्लीं वाग्वादिनी भगवती मम कार्य सिद्धि कुरु कुरु फट् स्वाहा ।।
यह मंत्र भगवान शिव और माता पार्वती की अपार कृपा और प्रेम का प्रतीक है। इन मंत्रों का जाप न केवल आपके जीवन में शांति और सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है, बल्कि दांपत्य जीवन में प्रेम, सामंजस्य और समझ को भी बढ़ाता है।
Shiv Parvati Mantra जाप करने की विधि
- स्वच्छता: सबसे पहले, स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें। यह पूजा की पवित्रता के लिए आवश्यक है।
- पूजा स्थल: एक शांत और साफ स्थान पर पूजा स्थल तैयार करें। सुनिश्चित करें कि यह स्थान पवित्र और शांत हो।
- मूर्ति स्थापना: भगवान शिव और देवी पार्वती की मूर्ति या चित्र को पूजा स्थल पर विधिपूर्वक स्थापित करें।
- फूल और जल: मंत्र के जाप के बाद भगवान शिव और देवी पार्वती को फूल और जल अर्पित करें। यह सम्मान और श्रद्धा का प्रतीक है।
- दीप जलाएं: पूजा स्थल पर दीपक और धूप जलाएं। इससे वातावरण पवित्र होता है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
- मंत्र: भगवान शिव और देवी पार्वती के सामने बैठकर मंत्र का जाप करें। एकाग्रता और श्रद्धा के साथ मंत्र का उच्चारण करें।
- प्रसाद चढ़ाएं: पूजा के अंत में भगवान शिव और देवी पार्वती को प्रसाद अर्पित करें और इसे परिवार के साथ बांटें।
- प्रार्थना करें: मंत्र के जाप के बाद भगवान शिव और देवी पार्वती के प्रति ध्यान करें और उनसे आशीर्वाद प्राप्त करने की प्रार्थना करें।
- सफाई: पूजा के बाद पूजा स्थल को साफ करें और दीपक व कपूर को सुरक्षित स्थान पर रखें।
मंत्र का विधिपूर्वक और नियमित जाप भगवान शिव और देवी पार्वती की कृपा प्राप्त करने और जीवन में सुख और समृद्धि लाने में सहायक होता है।
मंत्र जाप करने से होने वाले लाभ
- सुख-शांति: इस मंत्र का जाप दांपत्य जीवन में शांति और प्रेम को बढ़ाता है। यह जोड़े के बीच समझ और सहयोग को मजबूत करता है।
- आध्यात्मिक उन्नति: इस मंत्र के जाप से व्यक्ति को आध्यात्मिक उन्नंती प्राप्त होती है। यह व्यक्ति को दिव्य ऊर्जा और शांति का अनुभव कराता है।
- मानसिक शांति: इस मंत्र का नियमित जाप मानसिक शांति और तनाव को कम करने में मदद करता है। यह मानसिक स्थिति को संतुलित और स्थिर बनाता है।
- आर्थिक समृद्धि: इस मंत्र की पूजा से आर्थिक स्थिति में सुधार और समृद्धि की संभावना बढ़ जाती है। भगवान शिव और देवी पार्वती की कृपा से धन और समृद्धि प्राप्त होती है।
- स्वास्थ्य लाभ: मंत्र के जाप से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है। यह बीमारियों से राहत प्रदान कर सकता है और संपूर्ण स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है।
- संकटों से रक्षा: मंत्र की शक्ति से व्यक्ति संकटों और कठिनाइयों से सुरक्षित रहता है और समस्याओं का समाधान प्राप्त करने में मदद मिलती है।
- समर्पण: मंत्र जाप से भक्ति और समर्पण की भावना बढ़ती है। यह व्यक्ति को भगवान शिव और देवी पार्वती के प्रति अधिक समर्पित और प्रेमपूर्ण बनाता है।
मंत्र का नियमित और विधिपूर्वक जाप जीवन में संतुलन, सुख, और समृद्धि लाने में सहायक होता है। ऐसे ही शिव जी के अनेक मंत्र जैसे – Shiv beej mantra, Shiv namaskar mantra, Shiv puja mantra, Shiv shabar mantra etc. का जाप करके अनेक प्रकार के लाभ प्राप्त कर सकते है।
FAQ
Shiv Mantra का जाप कितनी बार करना चाहिए?
इस मंत्र का नियमित रूप से 108 बार जाप करने की सलाह दी जाती है। आप इसे एक माला का उपयोग करके कर सकते हैं, जिसमें 108 मोती होती हैं।
मंत्र का जाप करने का सही समय क्या है?
मंत्र का जाप सुबह या शाम के समय किया जा सकता है। विशेष रूप से सोमवार और शिवरात्रि जैसे पवित्र अवसरों पर मंत्र का जाप अधिक प्रभावी होता है।
मंत्र का जाप विवाह से जुडी समस्याओं का समाधान कैसे करता है?
मंत्र के जाप से भगवान शिव और देवी पार्वती की कृपा प्राप्त होती है, जो विवाह से जुडी समस्याओं के समाधान के लिए लाभकारी सिद्ध होता है।
क्या मंत्र जाप की कोई विशेष विधि है ?
नहीं , आप अपने सुविधा के अनुसार मंत्र का जप करना प्रारम्भ कर सकती है।

मैं रोहन पंडित एक समर्पित शिव भक्त और हरिद्वार के एक शिव मंदिर में पुजारी हूँ। मैं शिव भक्तों को शिव आरती, मंत्र, चालीसा, स्तोत्र और भजनों की व्यापक जानकारी के साथ-साथ पीडीएफ और MP3 उपलब्ध किया हूँ।