शिव भजन भगवान शिव की महिमा का गुणगान करने वाला एक पवित्र गीत है। Shiv Bhajan के माध्यम से भक्त भगवान शिव की आराधना करते हैं और उनकी कृपा को प्राप्त करते हैं। इन भजनो में शिव के विभिन रूपों और उनकी लीलाओं का वर्णन किया गया है। भजन का गान करने से भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
ये भजन भगवान शिव के भक्तों द्वारा बहुत ही श्रद्धा और उल्लास के साथ गायें जाते है। इन भजनो में शिव चालीसा, ॐ जय शिव ओमकार आरती आदि शामिल होते है। अगर आप भी इन भजनो को सुन्ना चाहते हैं, तो आप सही जगह पर आये हैं यहाँ हमने आपके लिए शिव जी के गाने को नीचे विशेष रूप से उपलब्ध कराया है।
Shiv Bhajan करने की विधि
- स्नान और स्वच्छता: सुबह या शाम को इन भजनों को करने से पहले स्नान करें और शुद्ध वस्त्र पहनें।
- पूजा स्थल: पूजा स्थल को अच्छी तरह साफ करें और भगवान शिव की मूर्ति या चित्र को स्थापित करें।
- दीपक और धूप जलाएं: भजन शुरू करने से पहले घी या तेल का दीपक जलाएं और धूप अर्पित करें।
- मंत्र या ध्यान करें: भजन शुरू करने से पहले भगवान शिव के नाम का जप करें या ध्यान लगाएं।
- भजन गाएं: भजन को श्रद्धा भाव और शुद्ध हृदय से गाएं। आप चाहें तो भजन के दौरान ताली बजाकर या ढोलक जैसे वाद्य यंत्रो का भी प्रयोग कर सकते हैं।
- आरती करें: भजन के बाद भगवान शिव की आरती करें और उन्हें भोग लगाएं। आरती को सभी लोगो में वितरित करें।
- प्रसाद वितरण: पूजा के बाद परिवार और अन्य सभी लोगों में प्रसाद वितरित करें।
- ध्यान और प्रार्थना: अंत में भगवान शिव के प्रति ध्यान लगाएं और उनसे सुख-शांति और आशीर्वाद की प्रार्थना करें।
भगवान शिव के भजन करने के लाभ
- मानसिक शांति: भजन गाने या सुनने से मन को शांति मिलती है और मानसिक संतुलन बना रहता है, जिससे तनाव और चिंता दूर होती है।
- आध्यात्मिक उन्नति: भगवान शिव के भजन से आत्मा की उन्नति होती है और आध्यात्मिक विकास होता है।
- सकारात्मक ऊर्जा: इस भजन से नकारात्मकता दूर होती है और घर में सकारात्मक ऊर्जा और शांति का संचार होता है।
- ध्यान और एकाग्रता: भजन गाने से ध्यान केंद्रित होता है और मन की एकाग्रता बढ़ती है।
- सुख-समृद्धि: इन भजन को करने से भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है, जिससे जीवन में सुख-समृद्धि और धन-धान्य आदि की वृद्धि होती है।
- स्वास्थ्य लाभ: नियमित रूप से भगवान शिव के भजन गाने से मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य बेहतर होता है, जिससे रोगों से बचाव होता है।
- पारिवारिक सुख: इनके भजन को करने से पारिवारिक जीवन में प्रेम, शांति, और आपसी समझ बना रहता है।
- विशेष कृपा: नियमित रूप से भजन गाने से भगवान शिव की विशेष कृपा और आशीर्वाद प्राप्त होता हैं, जिससे जीवन में सभी प्रकार की बाधाओं का नाश होता है।
FAQ
भगवान शिव के भजन कब गायें जाते है?
इनके भजन का गायन आमतौर पर सुबह और शाम के समय किया जाता है। विशेष रूप से सोमवार, महाशिवरात्रि, और श्रावण महीने में इसका महत्व अधिक होता है।
शिव के भजन किन-किन भाषा में गाए जा सकते हैं?
यें भजन कई भाषाओं में गाए जा सकते हैं, जैसे हिंदी, संस्कृत, तमिल, मराठी आदि।
क्या Shiv Bhajan से मनोकामनाएं पूर्ण हो सकती हैं?
हां, यह माना जाता है कि श्रद्धा और विश्वास से इनके भजन गाने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है, जिससे भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण हो सकती हैं।
क्या इन भजनों को किसी विशेष अवसर पर गया जा सकता है ?
हाँ, महाशिवरात्रि, सोमवार और सावन के महीने में भजन गायन का विशेष महत्त्व है।

मैं रोहन पंडित एक समर्पित शिव भक्त और हरिद्वार के एक शिव मंदिर में पुजारी हूँ। मैं शिव भक्तों को शिव आरती, मंत्र, चालीसा, स्तोत्र और भजनों की व्यापक जानकारी के साथ-साथ पीडीएफ और MP3 उपलब्ध किया हूँ।