शिव पूजा मंत्र भगवान शिव की स्तुति और आराधना के लिए उपयोग किए जाने वाले पवित्र मंत्र होते हैं। इन मंत्रों का उच्चारण भक्तों के जीवन में सकारात्मक ऊर्जा, शांति, और समृद्धि लाने के उद्देश्य से किया जाता है। Shiv Puja Mantra के माध्यम से भक्त भगवान शिव से आशीर्वाद प्राप्त करने की प्रार्थना करते हैं और उनके जीवन में सुख, शांति और संतुलन की कामना करते हैं।
इस मंत्र में विभिन्न श्लोक और प्रार्थनाएं शामिल हैं जो शिवलिंग, नंदी, और त्रिशूल जैसे भगवान शिव के विभिन्न रूपों की महिमा का गुणगान करती हैं। इस मंत्र हमने आपके लिए नीचे उपलब्ध कराया है।
शिव प्रार्थना मंत्र
करचरणकृतं वाक् कायजं कर्मजं श्रावण वाणंजं वा मानसंवापराधं,
विहितं विहितं वा सर्व मेतत् क्षमस्व जय जय करुणाब्धे श्री महादेव शम्भो ॥
शिव नमस्कार मंत्र
शम्भवाय च मयोभवाय च नमः शंकराय च मयस्कराय च नमः शिवाय च शिवतराय च,
ईशानः सर्वविध्यानामीश्वरः सर्वभूतानां ब्रम्हाधिपतिमहिर्बम्हणोधपतिर्बम्हा शिवो मे अस्तु सदाशिवोम ॥
शिव नामावली मंत्र
श्री शिवाय नम:
श्री शंकराय नम:
श्री महेश्वराय नम:
श्री सांबसदाशिवाय नम:
श्री रुद्राय नम:
ॐ पार्वतीपतये नम:
ॐ नमो नीलकण्ठाय नम:
शिव आवाहन मंत्र
ॐ मृत्युंजय परेशान जगदाभयनाशन,
तव ध्यानेन देवेश मृत्युप्राप्नोति जीवती ॥
वन्दे ईशान देवाय नमस्तस्मै पिनाकिने,
नमस्तस्मै भगवते कैलासाचल वासिने,
आदिमध्यांत रूपाय मृत्युनाशं करोतु मे ॥
त्र्यंबकाय नमस्तुभ्यं पंचस्याय नमोनमः,
नमोब्रह्मेन्द्र रूपाय मृत्युनाशं करोतु मे ॥
नमो दोर्दण्डचापाय मम मृत्युम् विनाशय ॥
देवं मृत्युविनाशनं भयहरं साम्राज्य मुक्ति प्रदम् ॥
नमोर्धेन्दु स्वरूपाय नमो दिग्वसनाय च,
नमो भक्तार्ति हन्त्रे च मम मृत्युं विनाशय ॥
अज्ञानान्धकनाशनं शुभकरं विध्यासु सौख्य प्रदम्,
नाना भूतगणान्वितं दिवि पदैः देवैः सदा सेवितम् ॥
सर्व सर्वपति महेश्वर हरं मृत्युंजय भावये ॥
शिव स्तुति मंत्र
ॐ नमो हिरण्यबाहवे हिरण्यवर्णाय हिरण्यरूपाय हिरण्यपतए
अंबिका पतए उमा पतए पशूपतए नमो नमः
ईशान सर्वविद्यानाम् ईश्वर सर्व भूतानाम्
ब्रह्मादीपते ब्रह्मनोदिपते ब्रह्मा शिवो अस्तु सदा शिवोहम
तत्पुरुषाय विद्महे वागविशुद्धाय धिमहे तन्नो शिव प्रचोदयात्
महादेवाय विद्महे रुद्रमूर्तये धिमहे तन्नों शिव प्रचोदयात्
नमस्ते अस्तु भगवान विश्वेश्वराय महादेवाय त्र्यंबकाय
त्रिपुरान्तकाय त्रिकाग्नी कालाय कालाग्नी
रुद्राय नीलकंठाय मृत्युंजयाय सर्वेश्वराय सदशिवाय श्रीमान महादेवाय नमः
शिव मूल मंत्र
ॐ नमः शिवाय॥
रूद्र मंत्र
ॐ नमो भगवते रूद्राय ॥
रूद्र गायत्री मंत्र
ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय॥
धीमहि तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्॥
महामृत्युंजय मंत्र
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्॥
उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥
Shiv Puja Mantra करने की विधि
- स्नान: पूजा शुरू करने से पहले स्नान करके शुद्ध वस्त्र पहनें और अपने शरीर और मन को शुद्ध करें।
- पूजा स्थल: स्नान के बाद पूजा स्थल को अच्छी तरह से साफ कर लेना चाहिए। आप अपने घर के मंदिर में भी पूजा कर सकतीं है।
- मूर्ति स्थापना: पूजा स्थल पर भगवान शिव की मूर्ति या चित्र को स्थापित करें और उसे सजाएं।
- दीपक जलाएं: पूजा स्थल पर दीपक और धूप जलाएं। यह वातावरण को शुद्ध करता है और दैवीय शक्तियों का संचार करता है।
- मंत्र जाप: शांति से और ध्यानपूर्वक “ॐ नमः शिवाय” या अन्य शिव मंत्रों का जाप करें। मंत्र का उच्चारण करते समय, मन को भगवान शिव के ध्यान में लगाएं।
- फल और पुष्प चढ़ायें: मंत्र जाप के बाद भगवान शिव को फल, फूल, और जल अर्पित करें। यह पूजा को समर्पित और सम्मानित करता है।
- प्रसाद चढ़ाएं: भगवान शिव को भोग या प्रसाद चढ़ाएं और इसे परिवार के सभी सदस्यों में वितरित करें।
- प्रार्थना: अंत में, भगवान शिव के प्रति ध्यान लगाएं और उनसे शांति, आशीर्वाद, और सफलता की प्रार्थना करें।
इस मंत्र का विधिपूर्वक और नियमित पाठ भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने और जीवन में समृद्धि और सुख-शांति लाने में सहायक होता है। इसके अलावा शिवजी के अनेक मंत्र जैसे – shivji ko jal chadhane ka mantra, shiv ji ka beej mantra, shiv shakti mantra in hindi इत्यादि है , जिसको पाठ करके आप उससे होने वाले अनेकों लाख को प्राप्त कर सकते हैं।
शिव मंत्र करने के लाभ
- आध्यात्मिकता: नियमित मंत्र जाप से आध्यात्मिक उन्नति होती है और व्यक्ति की श्रद्धा और भक्ति में वृद्धि होती है।
- मानसिक शांति: मंत्र जाप से मानसिक शांति मिलती है, तनाव कम होता है, और मन में संतुलन बनाए रखने में सहायता मिलती है।
- कृपा: भगवान शिव की पूजा मंत्रो के साथ करने से उनकी विशेष कृपा प्राप्त होती है, जिससे जीवन में सुख-समृद्धि आती है।।
- स्वास्थ्य: मंत्र जाप से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है। यह हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है।
- सकारात्मकता: नियमित मंत्र जाप से व्यक्ति की ऊर्जा और आत्मविश्वास में वृद्धि होती है, जिससे जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आते हैं।।
- परिवारिक सम्बन्ध: इस मंत्र के जाप से परिवार में प्रेम, समझ और शांति बनी रहती है, और पारिवारिक संबंध मजबूत होते हैं।
- सफलता: मंत्र का जाप करने से जीवन की बाधाएं और असफलताएं दूर होती है, और व्यक्ति अपने सभी कर्यो में सफल होता है ।
- आर्थिक लाभ: नियमित रूप से शिव मंत्र का जाप करने से भक्तों के व्यापर में वृद्धि होती है और उन्हें आर्थिक लाभ प्राप्त होता है।
FAQ
Shiv Puja Mantra मंत्र का जाप कितने समय तक करना चाहिए?
सामान्यत: 15-30 मिनट तक मंत्र का जाप कर सकती है, लेकिन यह आपकी सुविधा और श्रद्धा पर निर्भर करता है।
क्या शिवपूजा मंत्र के लिए विशेष प्रकार के उच्चारण की आवश्यकता होती है?
हां, मंत्र का सही उच्चारण महत्वपूर्ण होता है। साफ और स्पष्ट उच्चारण से मंत्र की शक्ति और प्रभाव बढ़ता है।
मंत्र का जाप कब करना चाहियें ?
इस मंत्र का जाप सामान्यतः सुबह और शाम में करना चाहिए है, लेकिन इसका जाप अन्य समय में भी किया जासकता है।
इस मंत्र का जाप कितनी बार करना चाहिए ?
इस मंत्र का जाप आप 108 बार करना चाहिए , इससे भगवान शिव की विशेष कृपा होती है।

मैं रोहन पंडित एक समर्पित शिव भक्त और हरिद्वार के एक शिव मंदिर में पुजारी हूँ। मैं शिव भक्तों को शिव आरती, मंत्र, चालीसा, स्तोत्र और भजनों की व्यापक जानकारी के साथ-साथ पीडीएफ और MP3 उपलब्ध किया हूँ।